History of Xiaomi (Mi) mobile company in hindi (MI की सफलता की कहानी )
दोस्तों आज मैं आप से बात करने जा रहा हु दुनिया की पांचवी सब से बड़ी मोबाइल बनाने वाली कम्पनी Xiaomi के बारे में , दोस्तों कुछ साल पहले शुरू होई एक chines कम्पनी ने थोड़े ही समय में आपनी पकड़ पूरी दुनिया में बना ली है । इस कम्पनी के ख़ास बात यह है के Xiaomi के मोबाइल फोन्स में कम दाम में बहुत ही ज्यादा फीचर होते हैं जिस के कारण आज Xiaomi दुनिया की सब सी बड़ी कंपनिया में से जानी जाते है और इस ने यह मुकाम थोड़े ही समय में हासिल कर लिया है , इस कम्पनी की सफलता का पता इस बात से वी चलता है के कुछ देशो में Xiaomi को दुनिया की सब से बड़ी कम्पनी apple से compare किया जाता है जिस के लिए कुछ देशो में Xiaomi को apple of the china वी कहा जाता है , तो चलिए दोस्तों थोड़े ही समय में अपनी सफलता के झंडे गाड़ने वाली Xiaomi कम्पनी की story को हम शुरू से जानते हैं ।
कहानी की शुरुआत होती है 16 दसम्बर 1969को MI के founder Lei Jun का चाइना के एक शहर में का जनम हुआ अपनी पढाई पूरी करने के बाद Lei ने1992 में kingsoft नाम की एक कम्पनी में काम करना शुरू कर दिया फिर 1998आते आते वोह उस कम्पनी के CEO बन गे ।
उस के अगले दो साल बाद ली ने ऑनलाइन बुक स्टोर बनाया जिस का नाम था joya.com Lei की यह website खूब चली फिर 2004 को ली ने इसे amazon को 75 मिलियन डोलर में वेच दिया . अब lee का इरादा कुछ बड़ा करने का था ।
6 अप्रैल 2010 को 7 लोगो के साथ मिल कर Xiaomi कम्पनी की शुरुआत की असल में यह कम्पनी एक सॉफ्टवेयर कम्पनी के तौर पर शुरू की गई थी , Xiaomi ने सब से पहले अपना एक launcher बनाया जो के google androidपर फ़ोन में चलता था जिस का नाम MIUIथा , यह सॉफ्टवेयर खूब चला ।
आगे चल कर Xiaomi ने hardware फीलिड में वी कदम बड़ा लिए 2011में उनो ने MI1 के साथ अपना पहला samartphone लांच किया जिस को लोगो का जबरदस्त रेस्पोंस मिला इस की सफलता को देखते हुए Xiaomi अगले ही साल अपना दूसरा MI2 फ़ोन ले कर आया , इस फ़ोन के 10 मिलियन यूनिट सिर्फ 11 महीनो में ही विक गे इस के इलावा MI2 smartphone को mobicity से मिल कर Australia , New Zealand, US , UK में वी वैचा गिया ,2014तक देखते ही देखते Xiaomi कम्पनी एक बहुत बड़ी कम्पनी बन गई जिस की कमाई 45 बिलियन डोलर तक पहुँच गई ।
Xiaomi कम्पनी ने भारत में पहली वार जुलाई 2014में दस्तक दी उस के अगले ही साल 2015में MI4i नाम का एक फ़ोन लांच किया जो के भारत की पर्मुख इ कॉमर्स website flipkart पर उपलब्द थी , और इस फ़ोन के 1 लाख यूनिट सिर्फ 4.2 सेकंड में ही विक गे , इस के बाद इस कम्पनी ने कभी वी पीछे मुड कर नहीं देखा ,इस के बाद Xiaomi एक के बाद एक सफल फ़ोन लांच करती रही जिस को पूरी दुनिया में खूब सरहाया गिया।
अभी हालहि में लांच किया गया MI नोट 4 smartphone MI का सब से बेस्ट smartphone रह चूका है , इस के साथ ही अब Xiaomi पॉवर बैंक , लैपटॉप , बैंड और रावुटर जैसी बहुत सारी चीज़े बनाता है ।
LeiJun चाइना के अब २३वे सब से अमीर विअकती हैं FORBES की एक रिपोर्ट के अनुसार 2014के बेस्ट bussinesmen of the year नाम का खिताब वी अपने नाम कर चुके हैं ।
30 Amazing Facts From Around The World That You Won’t Believe Are True
The world is filled with mysteries. Some solved, some you can't fathom and some that remain completely unknown. But then, there comes a time when the unknown becomes known, and once verified, it becomes fact. So, here are some amazing facts from around the world that will really leave you amazed:
1. In 1948, before Pakistan had the facilities, The Reserve Bank of India issued provisional notes for the Pakistani Rupee.
It put the stamp of Government of Pakistan. They started printing it later in 1948.
2. In 2011, a woman named Aimee Davison purchased a 'non visible' piece of art for $10,000.
She was promised an entire wing of the museum named in her honour & a title card with a description of the piece. The artwork in question was "Fresh Air". Read more about it here.
Source:dailymail
3. In 2006, a woman lit matches in a flight to cover her fart smell. That forced an emergency landing.
She claimed she had 'a medical condition' that apparently involved flatulence
11. He also suffered from Ailurophobia, which is a fear of cats. Alexander the Great, Napoleon and Mussolini had the same phobia.
12. Global Warming helped settle a land dispute between India and Bangladesh. The area in question was New Moore, or South Talpatti. But the island drowned because of global warming in 2010.
Until late in the 16th century Dutch growers took mutant strains of the purple carrot and gradually developed them into the sweet, plump, orange variety we have today.
16. The 110-acre 'Snake Island' in Sao Paulo has 4,000 snakes. Which is one snake for every 6 square yards. It is one of the world's deadliest islands.
It is also home to Golden Lancehead. Its venom is capable of melting human flesh.
Pluto is 2370 kilometres (1473 miles) across, which can easily fit within Russia’s largest east-to-west radius of 10,000 km and the north-to-south size of 4000 km.
25. The world's largest family stays in India. The husband has 39 wives and 94 children.
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Ziona Chana also has 94 children, 14-daughters-in-law and 33 grandchildren. They live in a 100-room, four storey house set amidst the hills of Baktwang village in the Indian state of Mizoram.
इंटरनेट कैसे चलता है? और इसका मालिक कौन है? How Does the Internet work
इंटरनेट कैसे चलता है? और इसका मालिक कौन है? How Does the Internet work
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How Does the Internet work: इंटरनेट क्या है?(What is Internet). आपने कभी सोचा है, कि इंटरनेट चलता कैसे है?(How Does the Internet work). यह काम कैसे करता है? या फिर चीजें हम तक पहुंच कैसे रही है? शायद वाईफाई रोटर से, या फिर शायद सेटेलाइट से, और कुछ…..
दोस्तों हम सब प्रतिदिन गूगल(Google), फेसबुक(Facebook), ट्विटर(Twitter), Wikipedia इत्यादि सभी चला रहे हैं। लाखो GB का डाटा अपलोड हो रहा है, डाउनलोड हो रहा है, शेयर हो रहा है।यह सब कैसे हो रहा है? क्या आपको पता है दोस्तों YouTube पर हर मिनट 400 घंटे की वीडियो अपलोड की जाती है। इंटरनेट कितना बड़ा है, और यह हमारे जीवन में इतना महत्वपूर्ण बन चुका है कि, अगर साधारण शब्दों में कहा जाए तो आजकल इंटरनेट हमारी जरूरत, और आदत दोनों बन चुका है। लेकिन सवाल अब यह उठता है। इंटरनेट चलता कैसे है? कोई इंडिया में कोई डाटा अपलोड कर रहा है, और वह डाउनलोड रसिया में हो रहा है। तो इंडिया और रशिया के बीच आखिर है क्या? हम सभी शायद यह सोचते हैं कि इंटरनेट सेटेलाइट के जरिए चलता होगा। बादल से चलता होगा।
लेकिन दोस्तों इंटरनेट केबल्स(Cables) के जरिए चलता है। “99% ऑफ द इंटरनेशनल डाटा ट्रैफिक” इसे में सरल भाषा में कहूं तो “99% इंटरनेट” इन्हीं केवल के जरिए आता और जाता है(चलता है)। और जो बाकी “1% इंटरनेट” वह माइनर ट्राफिक सेटेलाइट के जरिए हम सब के पास पहुंचता है। हमारा इंटरनेट केबल्स(Cables) से चलता है दोस्तों यह केवल पूरी पृथ्वी पर बिछी हुई है। इन केबल्स(Cables) को कहते हैं “ऑप्टिकल केबल फाइबर्स”(Optical cable fibers). और इन्हें कभी-कभी “सबमरीन केबल”(Submarine Cable) भी कहा जाता है। How Does the Internet work
दोस्तों यह केवल “ग्लास” की बनी होती है। और इसका साइज मानव शरीर के बाल जितना होती है। तो आप का सारा डाटा, सारा इंफॉर्मेशन इन्हीं बाल जितनी पतली “केबल्स”(Cables) के जरिए जा रहा है। मतलब की यह जो आप अभी मेरे वेबसाइट पर पोस्ट पढ़ रहे हैं, यह भी उन्हें किसी “केबल्स”(Cables) के थ्रू आप तक पहुंच रहा है। मतलब दोस्तों अगर सोचा जाए तो साइंस कितना अजीब है न। थोड़ा रहस्यमई भी है,और थोड़ा आश्चर्यचकित कर देने वाला भी है। तो अब आपके दिमाग में यह ख्याल आ रहा होगा कि, यह “केबल”(Cable) जिसके जरिए इंटरनेट(Internet) चल रहा है, इस “केबल”(Cables) को बिछाया किसने है? या फिर इसे बिछाता कौन है? क्योंकि जिन्होंने भी यह केवल बिछाई होगी, वही इंटरनेट(Internet) के मालिक होंगे। लेकिन नहीं इंटरनेट(Internet) का कोई भी मालिक नहीं है।
इंटरनेट कैसे चलता है? और इसका मालिक कौन है? How Does the Internet work
How Does the Internet work: इंटरनेट क्या है?(What is Internet). आपने कभी सोचा है, कि इंटरनेट चलता कैसे है?(How Does the Internet work). यह काम कैसे करता है? या फिर चीजें हम तक पहुंच कैसे रही है? शायद वाईफाई रोटर से, या फिर शायद सेटेलाइट से, और कुछ…..
दोस्तों हम सब प्रतिदिन गूगल(Google), फेसबुक(Facebook), ट्विटर(Twitter), Wikipedia इत्यादि सभी चला रहे हैं। लाखो GB का डाटा अपलोड हो रहा है, डाउनलोड हो रहा है, शेयर हो रहा है।यह सब कैसे हो रहा है? क्या आपको पता है दोस्तों YouTube पर हर मिनट 400 घंटे की वीडियो अपलोड की जाती है। इंटरनेट कितना बड़ा है, और यह हमारे जीवन में इतना महत्वपूर्ण बन चुका है कि, अगर साधारण शब्दों में कहा जाए तो आजकल इंटरनेट हमारी जरूरत, और आदत दोनों बन चुका है। लेकिन सवाल अब यह उठता है। इंटरनेट चलता कैसे है? कोई इंडिया में कोई डाटा अपलोड कर रहा है, और वह डाउनलोड रसिया में हो रहा है। तो इंडिया और रशिया के बीच आखिर है क्या? हम सभी शायद यह सोचते हैं कि इंटरनेट सेटेलाइट के जरिए चलता होगा। बादल से चलता होगा।
लेकिन दोस्तों इंटरनेट केबल्स(Cables) के जरिए चलता है। “99% ऑफ द इंटरनेशनल डाटा ट्रैफिक” इसे में सरल भाषा में कहूं तो “99% इंटरनेट” इन्हीं केवल के जरिए आता और जाता है(चलता है)। और जो बाकी “1% इंटरनेट” वह माइनर ट्राफिक सेटेलाइट के जरिए हम सब के पास पहुंचता है। हमारा इंटरनेट केबल्स(Cables) से चलता है दोस्तों यह केवल पूरी पृथ्वी पर बिछी हुई है। इन केबल्स(Cables) को कहते हैं “ऑप्टिकल केबल फाइबर्स”(Optical cable fibers). और इन्हें कभी-कभी “सबमरीन केबल”(Submarine Cable) भी कहा जाता है। How Does the Internet work
दोस्तों यह केवल “ग्लास” की बनी होती है। और इसका साइज मानव शरीर के बाल जितना होती है। तो आप का सारा डाटा, सारा इंफॉर्मेशन इन्हीं बाल जितनी पतली “केबल्स”(Cables) के जरिए जा रहा है। मतलब की यह जो आप अभी मेरे वेबसाइट पर पोस्ट पढ़ रहे हैं, यह भी उन्हें किसी “केबल्स”(Cables) के थ्रू आप तक पहुंच रहा है। मतलब दोस्तों अगर सोचा जाए तो साइंस कितना अजीब है न। थोड़ा रहस्यमई भी है,और थोड़ा आश्चर्यचकित कर देने वाला भी है। तो अब आपके दिमाग में यह ख्याल आ रहा होगा कि, यह “केबल”(Cable) जिसके जरिए इंटरनेट(Internet) चल रहा है, इस “केबल”(Cables) को बिछाया किसने है? या फिर इसे बिछाता कौन है? क्योंकि जिन्होंने भी यह केवल बिछाई होगी, वही इंटरनेट(Internet) के मालिक होंगे। लेकिन नहीं इंटरनेट(Internet) का कोई भी मालिक नहीं है।
इंटरनेट(Internet) को चलाने वाले इन “केबल”(Cables) को देश और दुनिया के बड़ी बड़ी “प्राइवेट कंपनियां”(Private Company) ने अपने पैसे लगाकर बिछाई है। और इन्हीं कंपनियों को हम सब बोलते हैं “टियर वन कंपनी”(Tier 1 Company).
ISP- इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर(INTERNET SERVICE PROVIDERS) हम सब को इंटरनेट प्रोवाइड करवाती है। यह तीन भागों में विभाजित की गई है।
1. “टियर-1″(Tier 1)
2. “टियर-2″(Tier 2)
3. “टियर-3″(Tier 3)
दोस्तो “टियर-1” तो वह कंपनी हो गई जो अपने पैसे लगाकर समुंद्र में इन “केबल”(Cables) को बिछवाई थी।
और “टियर 2” तथा “टियर 3” कंपनीज वह कंपनी है, जिन्हें हम पैसा देते है। और उसके बदले वह हमें इंटरनेट(Internet) देती हैं।
तो “टियर-2” कंपनीज छोटी होती है। उनकी हर जगह तो पहुंच होती नहीं, तो वह “टियर-1” कंपनी से इंटरनेट लेती है, और हमें अर्थात ग्राहक को देती है। और उसके बदले में ग्राहक से पैसे लेती है और अपना थोड़ा कमीशन रखकर “टीयर 1” कंपनी को पैसे दे देती है। और “टीयर 3” कंपनी भी ऐसा ही करती है।
अब अगर हम अपने देश की बात करें, अर्थात् भारत की, तो भारत में “टियर-1” कंपनी है.. “टाटा कम्युनिकेशन”(Tata Communications)।
पुरे भारत में टाटा कम्युनिकेशन(Tata Communications) ने अपने पैसे लगाकर समुद्र में केवल बिछाई है। और उन्ही “केबल”(Cables) की सहायता से पूरे भारत में इंटरनेट(Internet) चल रही है। How Does the Internet work
तो दोस्तों अगर आपको हमारे इस पोस्ट “इंटरनेट कैसे काम करता है?”(How Does the Internet work)से थोड़ा सा भी ज्ञान मिला हो, या कुछ सीखने को मिला हो। तो प्लीज आप अपने कमेंट के जरिए हमें जरूर बताएं। ताकि आगे भी आपके लिए हम ऐसे ही ज्ञानवर्धक पोस्ट लाते रहे। धन्यवाद॥